संत हरिदास . वाणी में मिथक
Abstract
सन्त शिरोमणि हरिदास का रामायण, महाभारत, उपनिषदों, पुराणों आदि से सम्बन्धित ज्ञान अथाह और गम्भीर है जिसका वर्तमान स्थितियों में उन्होंने सार्थक, उद्देश्यपूर्ण और प्रभावशाली प्रयोग किया है। अजामिल, हनुमान, शुकदेव, अम्बरीष, कार्तिकेय, लक्ष्मण, शुक्राचार्य, राजा हरिश्चन्द्र, राजा बलि, भक्त धु्रव, भक्त प्रह्लाद, हिरण्यकशिपु, नृसिंह अवतार आदि सैकड़ों पात्रों और उनसे जुड़े प्रसंगों के माध्यम से संत हरिदास ने भक्ति की शक्ति की अपराजेय महत्ता को जन-जन के मन में प्रतिष्ठित किया है। सभी प्राचीन कथाओं एवं पात्रों को सोद्देश्य नवीनता प्रदान करने में सन्तप्रवर की प्रतिभा चरमोत्कर्ष पर पहुँच गयी है।