बौद्ध-संस्कृत काव्य के उन्नायक महाकवि अश्वघोष
Keywords:
संस्कृत, दार्शनिक, चिन्तक, महाकवि, महापंडित, आचार्य अश्वघोषAbstract
संस्कृत साहित्याकाश के दैदीप्यमान नक्षत्रों-भास, भारवि,दण्डिन, कालिदास एवंभवभूति की ही भांति बौद्ध साहित्य जगत में पराकाष्ठा को प्राप्त करने वाले महान दार्शनिक, चिन्तक, महाकवि, महापंडित, आचार्य अश्वघोष का नाम संस्कृत साहित्य में अविस्मरणीय है। वे संस्कृत साहित्य के एक ऐसे रत्न हैं जिनकी कान्ति से सम्पूर्ण साहित्य जगत आलोकित है।