योग दर्शन में वर्णित व्यक्तिगत आचार

Authors

  • Joginder Singh Assistant Professor, Govt College, Hansi

Keywords:

योग

Abstract

योग हिन्दू-जाति की सबसे श्रेष्ठ आध्यात्मिक निधि है। सब दर्शनों का यह अभिमत मन्तव्य है कि योग की प्रक्रिया मोक्ष का मुख्य साधन है। इसलिए इसके विषय में वाद-विवाद के लिए स्थान नहीं है। योग को दर्शन का रूप देने वाले महर्षि पत´्जलि का योगमार्ग ’राजयोग’ के नाम से प्रसिद्ध है।

Published

2017-08-01

How to Cite

Joginder Singh. (2017). योग दर्शन में वर्णित व्यक्तिगत आचार. International Journal of New Media Studies: International Peer Reviewed Scholarly Indexed Journal, 4(2), 38–41. Retrieved from https://ijnms.com/index.php/ijnms/article/view/33